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एक अपील

ऐ घर पे बैठे तमाशबीन लोग लुट रहा है मुल्क, कब तलक रहोगे खामोश शिकवा नहीं है उनसे, जो है बेखबर पर तु तो सब जानता है, मैदान में क्यों नही...

Friday 29 June 2012

जनता का नौकर आज जनता का राजा बना है (Public servant has become a king of public)

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जनता का नौकर आज जनता का राजा बना है
सच है ये बात कि आज इमानदारी से काम करना मना है

गुंडागर्दी आज एक सद्गुण है
सदाचार आज एक अवगुण है
नेता वही बनता है
जो बेईमानी में निपुण है

जनता का नौकर आज जनता का राजा बना है
सच है ये बात कि आज इमानदारी से काम करना मना है

चापलूसी करना जिनका काम है
आज उन्ही अफसरों का नाम है
सिध्दान्तो और वसूलो में चलनेवाले
तो आज बदनाम है

जनता का नौकर आज जनता का राजा बना है
सच है ये बात कि आज इमानदारी से काम करना मना है

जो झूठ बोलते है और ठगी करते है
आज वही तो अमीर बनते है
सच्चाई कि राह में जो चलते है
जिंदगी भर गरीब रहते है

जनता का नौकर आज जनता का राजा बना है
सच है ये बात कि आज इमानदारी से काम करना मना है


पूरा होगा तेरा ये सफर (Your Journey will complete)

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काम ऐसा कर
कि तेरे बारे में लिखा जाय
बुलंदियों में पहुच इतना
कि तेरे बारे में पढ़ा जाय

सच्चाई कि राह में तू जा निकल
मुश्किलें आये तो बन जा अटल
कांटो भरी रहेंगी तेरी ये डगर
पर तू कदम दर कदम बस बढता चल , बस बढता चल

रोकेंगे अपने भी तुझे
पर तू कभी रुकना नहीं
होगी हर घडी परीक्षा तेरी
पर तू कभी झुकना नहीं

कर विश्वास अपनी ताकत पर
और बन जा निडर
तेरे हौसले से ही
पूरा होगा तेरा ये सफर


एक ख्वाब को पूरा करने के लिए जी रहा हू (Only living to fulfill a dream)

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एक ख्वाब को पूरा करने के लिए जी रहा हू
ज़हर जिंदगी का मै किश्तों में पी रहा हू

ख्वाब है एक नया भारत बनाने का
अपनी सोच को आजमाने का
मै चाहता हू एक ऐसा देश
जहा हो अति सुन्दर परिवेश

एक ख्वाब को पूरा करने के लिए जी रहा हू
ज़हर जिंदगी का मै किश्तों में पी रहा हू

मिलकर रहे सभी धरम
अच्छे हो सबके करम
गरीबी और भुखमरी का न हो नामोनिशान
जिंदगी चले सबकी आसान

एक ख्वाब को पूरा करने के लिए जी रहा हू
ज़हर जिंदगी का मै किश्तों में पी रहा हू

राजनितिक हो विशुद्ध
देश की प्रगति हो उनका कर्मयुद्ध
जनता हो सर्वोपरि
काश हो जाए ऐसी जादूगरी

एक ख्वाब को पूरा करने के लिए जी रहा हू
ज़हर जिंदगी का मै किश्तों में पी रहा हू




Wednesday 27 June 2012

कब तक युहीं सोये रहोगे (How long will You sleep)

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कब तक युहीं सोये रहोगे
पुरानी यादों में खोये रहोगे

अब तो जाग जाओ
अब तो होश में आओ
देश क़ुरबानी मांग रहा है
तेरी ये जवानी मांग रहा है
कब तक युहीं सोये रहोगे
पुरानी यादों में खोये रहोगे

सच्चाई का गला घोटकर
लुट रहे है इसे अपने ही वतनवाले
देश बचाने के लिए निकले
कहाँ चले गए वो कफ़नवाले
कब तक युहीं सोये रहोगे
पुरानी यादों में खोये रहोगे

तेरी जरुरत है आन पड़ी
देश बचाने की समस्या है सामने खड़ी
तू जाग और सबको जगा
मिले सम्पूर्ण आज़ादी ऐसी क्रांति ला
कब तक युहीं सोये रहोगे
पुरानी यादों में खोये रहोगे


जंगल (Forest)

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एक घनघोर जंगल
नदियाँ बहती है इसमें कल कल
पंक्षियाँ मधुर गीत गाती है
जंगल की हरियाली हमें लुभाती है
सभी प्रकार के है जीव जंतु
कुछ जहरीले है परन्तु
शेर जब गुर्राता है
पूरा जंगल दहल जाता है
जब चलता है हाथी
हिलती है जंगल की धरती
जंगल में सजे है रंग बिरंगे फूल
देखो कहीं रास्ता न जाना भूल
यहाँ है नाना प्रकार के पेड़
साल सागौन और खेर

Monday 25 June 2012

आओ मिलकर एक ऐसा जहाँ हम बनाये (We have come together to create a world)

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आओ मिलकर एक ऐसा जहाँ हम बनाये
जहा हर कोई अपनी ज़िन्दगी जी पाए

जहा हर कोई आजाद हो
किसी की ज़िन्दगी न बरबाद हो
जहा हर किसी के सपने पुरे हो
कोई ख्वाहिश न अधूरे हो
आओ मिलकर एक ऐसा जहाँ हम बनाये
जहा हर कोई अपनी ज़िन्दगी जी पाए

एक ऐसा सुन्दर परिवेश हो
जिसमे किसी का किसी से न द्वेष हो
जहा झूठ का न हो नामोनिशान
सच बोलकर बने हर कोई महान
आओ मिलकर एक ऐसा जहाँ हम बनाये
जहा हर कोई अपनी ज़िन्दगी जी पाए

जहा पैसे से ज्यादा प्यार की अहमियत हो
सबके दिल में नेकी की नियत हो
जहा बड़ो का आदर हो
पर छोटो का न निरादर हो
आओ मिलकर एक ऐसा जहाँ हम बनाये
जहा हर कोई अपनी ज़िन्दगी जी पाए

पर दिल में है एक तूफ़ान (There is storm in my heart)

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खामोश है जुबान
पर दिल में है एक तूफ़ान

सहनशक्ति है अपना धैर्य खो चुकी
मानवता भी अब बहुत रो चुकी
अन्याय अब कोई न सहन होगा
मानवता भी अब कही न दफ़न होगा
खामोश है जुबान
पर दिल में है एक तूफ़ान

भ्रष्टाचारियो पर अब लगेगी लगाम
रिश्वतखोरी का होगा काम तमाम
हम करेंगे ऐसा काम
की भारत का हो ऊँचा नाम
खामोश है जुबान
पर दिल में है एक तूफ़ान

न्याय के लिए अब संघर्ष होगा
बलिदान देश के लिए सहर्ष होगा
अब साथ मिलकर चलना होगा
अधिकारों के लिए लड़ना होगा
खामोश है जुबान
पर दिल में है एक तूफ़ान


सियासतदानो ने कुछ ऐसा रचा है षड़यंत्र (It is a conspiracy hatched by some politicians)

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सियासतदानो ने कुछ ऐसा रचा है षड़यंत्र
की इनके बस में हो गया है ये पूरा तंत्र

जाति पाति और धर्म का भेद बढ़ाते है
हमें आपस में लड़ाते है
वोट की राजनीती कर भरपूर फायदा उठाते है
और चुनाव जीतकर संसद में पहुच जाते है
सियासतदानो ने कुछ ऐसा रचा है षड़यंत्र
की इनके बस में हो गया है ये पूरा तंत्र

गुंडागर्दी करते न आती इनको शरम
भ्रष्टाचार करना है इनका प्रमुख करम
मुनाफावसूली को देते है बढावा
रिश्वत लेना है इनका प्रमुख चढ़ावा
सियासतदानो ने कुछ ऐसा रचा है षड़यंत्र
की इनके बस में हो गया है ये पूरा तंत्र

जनता का पैसा अपने अय्याशी में उड़ाते है
बिना मतलब के विदेश दौरे में जाते है
उद्द्योगपतियो को पैसो के लिए धमकाते है
कुछ छोटे मोटे काम कर अपने को धर्मात्मा बताते है
सियासतदानो ने कुछ ऐसा रचा है षड़यंत्र
की इनके बस में हो गया है ये पूरा तंत्र  

कोशिश कर रहा हु (I am trying)

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इंसान की खामोशियाँ भी कहती है बहुत कुछ
मै इन खामोशियो को समझने की कोशिश कर रहा हु

किसी की आँखें बात करती है तो कोई इशारो से बात करता है
मै इनके भावो को समझने की कोशिश कर रहा हु

किसी की हलकी सी आवाज़ में भी कशिश होती है बहुत
मै अपने लब्जो में कशिश भरने की कोशिश कर रहा हु

कभी किसी का मासूम सा चेहरा आकर्षित करता है बहुत
मै हर चेहरे से आकर्षित होने की कोशिश कर रहा हु

कोई अँधेरे से डरता है तो कोई अँधेरे में जीता है
मै अँधेरा हटा उजाला करने की कोशिश कर रहा हु

समुन्दर में आया तूफान है मै बीच मजधार में फ़सा हु
मै अपनी नाव किनारे लाने की कोशिश कर रहा हु 


Sunday 24 June 2012

शादी (Marriage)

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शादी नहीं है कोई खेल
ये तो है दो दिलो का मेल

ये तो दो परिवारों का संगम है
दृश्य शादी का तो विहंगम है
दो परिवार एक हो जाते है
मन में कई सपने सजाते है
शादी नहीं है कोई खेल
ये तो है दो दिलो का मेल

दुल्हे को अच्छी दुल्हन की तलाश होती है
तो दुल्हन को दुल्हे से बहुत सी आस होती है
सज धज के दूल्हा दुल्हन लेने आता है
संग दिल में कई अरमान लाता है
शादी नहीं है कोई खेल
ये तो है दो दिलो का मेल

बेटी बाबुल का घर छोड़ पिया घर जाती है
परायी घर को अपना बनाती है
आँख में आंसू मन में संकोच होती है
बाबुल का घर हमेशा के लिए खोती है
शादी नहीं है कोई खेल
ये तो है दो दिलो का मेल